shantanu deshpande in hindi. शांतनु देशपांडे

भारत के वर्क कल्चर पर विचार रखने वाले बॉम्बे शेविंग कंपनी के फाउंडर '99% लोग अगले दिन काम पर नहीं जाएंगे': कौन हैं शांतनु देशपांडे जिन्होंने कही यह बात? जानें कितनी है नेटवर्थ
शांतनु देशपांडे, बॉम्बे शेविंग कंपनी (Bombay Shaving Company) के फाउंडर और सीईओ, हाल ही में अपने बयान के कारण चर्चा में हैं। उन्होंने भारत के वर्क कल्चर पर अपने विचार साझा किए, जिसमें उन्होंने कहा कि अगर भारत में सभी को आर्थिक सुरक्षा दी जाए, तो 99% लोग अपनी नौकरी छोड़ देंगे। उनके इस बयान ने सोशल मीडिया पर नई बहस छेड़ दी है। आइए जानते हैं शांतनु देशपांडे कौन हैं, उनकी शिक्षा, उनके विचार, और उनकी नेट वर्थ के बारे में।
शांतनु देशपांडे (Shantanu Deshpande) का नाम हाल ही में
सोशल मीडिया पर काफी चर्चा में है। बॉम्बे शेविंग कंपनी के फाउंडर और सीईओ शांतनु
ने अपने विचारों से भारत के वर्क कल्चर और सामाजिक असमानता पर नई बहस छेड़ दी है।
आइए जानते हैं शांतनु देशपांडे की जिंदगी, उनके विचार, और उनकी नेट वर्थ के बारे में विस्तार से।
कौन हैं शांतनु देशपांडे?
शांतनु देशपांडे
बॉम्बे शेविंग कंपनी (Bombay Shaving
Company) के फाउंडर और सीईओ
हैं। यह कंपनी पुरुषों के ग्रूमिंग प्रोडक्ट्स के लिए जानी जाती है। गुरुग्राम
स्थित इस कंपनी की शुरुआत 2015 में हुई थी।
शांतनु अपने बेबाक विचारों के लिए जाने जाते हैं और अक्सर सोशल मीडिया, खासकर लिंक्डइन, पर चर्चा का विषय बन जाते हैं।
शांतनु देशपांडे का शिक्षा और प्रारंभिक जीवन
शांतनु देशपांडे
का जन्म (Shantanu
Deshpande Date of Birth) 1986 में हुआ। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा भारत में पूरी की।
इसके बाद उन्होंने प्रतिष्ठित IIM Lucknow से मैनेजमेंट की
पढ़ाई की। शांतनु के पिता (Father of Shantanu) एक सरकारी अधिकारी थे, जिनसे उन्हें अनुशासन और मेहनत का पाठ मिला।
भारत और शांतनु देशपांडे का संबंध
शांतनु का कहना है
कि भारत का वर्क कल्चर ऐसा है जिसमें अधिकतर लोग अपनी नौकरी से असंतुष्ट हैं। हाल
ही में उन्होंने लिखा, "अगर सभी भारतीयों
को वित्तीय सुरक्षा दी जाए, तो 99% लोग अपनी नौकरी छोड़ देंगे।" उनका
यह विचार भारतीय समाज की आर्थिक और सामाजिक संरचना पर गहरी बात करता है।
शांतनु देशपांडे के विचार और विवाद
वर्क कल्चर पर विचार
शांतनु का मानना
है कि भारतीय वर्क कल्चर में बदलाव की जरूरत है। उन्होंने कहा, "भारत में लोग नौकरी केवल अपनी आर्थिक
जरूरतें पूरी करने के लिए करते हैं। ज्यादातर लोग अपनी नौकरी का आनंद नहीं
लेते।"
अमीरी और सामाजिक असमानता
उन्होंने यह भी
बताया कि भारत के केवल 2000 परिवार देश की
संपत्ति का 18% हिस्सा रखते हैं, लेकिन टैक्स में योगदान मात्र 1.8% है। उन्होंने इसे "पागलपन"
कहा।
फूड डिलीवरी पर सवाल
शांतनु ने 10 मिनट में फूड डिलीवरी जैसी सेवाओं पर
सवाल उठाए। उनका कहना था कि ऐसी सेवाएं केवल तेजी पर ध्यान देती हैं, गुणवत्ता पर नहीं।
नेट वर्थ और प्रोफेशनल सफलता
शांतनु देशपांडे
की नेट वर्थ (Shantanu
Deshpande Net-Worth) को लेकर सटीक आंकड़े उपलब्ध नहीं हैं। लेकिन मीडिया
रिपोर्ट्स के अनुसार, उनकी संपत्ति 100 करोड़ रुपये से ज्यादा है। मिंट की एक रिपोर्ट के
मुताबिक, 2023 में उनकी नेट वर्थ
करीब 167.4 करोड़ रुपये आंकी
गई थी।
क्या कहती है उनकी कंपनी?
बॉम्बे शेविंग
कंपनी की सफलता का श्रेय शांतनु की नेतृत्व क्षमता और इनोवेशन को जाता है। उनकी
हिस्सेदारी (21.1%) इस कंपनी को उनके
लिए एक मजबूत वित्तीय संपत्ति बनाती है।
शांतनु देशपांडे के विचारों का प्रभाव
शांतनु के विचार
भारत के युवाओं और पेशेवरों को नई दिशा देने की क्षमता रखते हैं। हालांकि, उनके बयान विवादस्पद भी हो सकते हैं, लेकिन वे समाज में बदलाव की जरूरत को
उजागर करते हैं।
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