मेन्स डे: क्या है और क्यों है?
सबसे पहली बात, जी हां, International Men's Day (अंतरराष्ट्रीय पुरुष दिवस) हर साल 19 नवंबर को मनाया जाता है। इसकी शुरुआत 1999 में ट्रिनिडाड और टोबैगो में हुई थी और तब से यह दुनिया के 80 से अधिक देशों में मनाया जाने लगा है।
अब सबसे बड़ा सवाल: "जब महिला दिवस है, तो पुरुष दिवस की क्या जरूरत?"
यह सवाल बिल्कुल वाजिब है, लेकिन इसका जवाब समझना जरूरी है। मेन्स डे का उद्देश्य महिला दिवस के खिलाफ खड़ा होना नहीं है, बल्कि पुरुषों के स्वास्थ्य, उनकी भूमिकाओं और उनके सामने आने वाली चुनौतियों पर एक संतुलित नजरिया देना है। यह लैंगिक समानता की बातचीत को पूरा करता है, न कि उसके विपरीत जाता है।
मेन्स डे मनाने के पीछे के मुख्य उद्देश्य
इस दिन को मनाने के पीछे कुछ बहुत ही स्पष्ट और जरूरी लक्ष्य हैं:
1. पुरुषों और लड़कों के सकारात्मक योगदान को celebrate करना:
हमारा समाज पुरुषों को "प्रोवाइडर" (कमाने वाला) के रूप में देखने का आदी है। लेकिन पुरुष सिर्फ कमाने वाले ही नहीं, बेटे, पिता, भाई, शिक्षक, कलाकार, वैज्ञानिक और समाज के अनगिनत सकारात्मक स्तंभ हैं। यह दिन उन सभी भूमिकाओं को सलाम करता है।
2. पुरुषों के मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर ध्यान केंद्रित करना:
यह शायद सबसे महत्वपूर्ण पहलू है। एक आंकड़ा देखिए: विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, पुरुषों में आत्महत्या की दर महिलाओं की तुलना में लगभग दोगुनी है। इसके पीछे का एक बड़ा कारण है "मर्द को दर्द नहीं होता" वाली सोच। पुरुषों से उम्मीद की जाती है कि वे भावनाओं को दबाकर रखें, मुश्किलों का सामना अकेले करें और कभी कमजोर न दिखाएं। मेन्स डे इसी जहरीली मानसिकता के खिलाफ आवाज उठाता है और यह संदेश देता है कि "मदद मांगना ठीक है"।
3. लैंगिक संबंधों को बढ़ावा देना:
असली लैंगिक समानता तभी आएगी जब हम महिलाओं और पुरुषों दोनों की चुनौतियों को समझेंगे। मेन्स डे लैंगिक बातचीत में एक संतुलन लाता है, ताकि हम एक ऐसे समाज की ओर बढ़ सकें जहां हर व्यक्ति, चाहे वह किसी भी लिंग का हो, सुरक्षित, स्वस्थ और सम्मानजनक जीवन जी सके।
4. पुरुषों के खिलाफ होने वाले भेदभाव को उजागर करना:
जी हां, पुरुष भी भेदभाव का शिकार होते हैं। उदाहरण के लिए:
कानूनी मामलों में, विशेषकर बच्चों की कस्टडी (हिरासत) के मामलों में।
सैन्य सेवा के लिए जबरन भर्ती (कुछ देशों में)।
घरेलू हिंसा के मामले में अक्सर पुरुष पीड़ितों को गंभीरता से नहीं लिया जाता।
हम मेन्स डे को कैसे मना सकते हैं? कुछ प्रैक्टिकल आइडियाज
मेन्स डे सिर्फ एक 'विश दिवस' नहीं है, बल्कि कार्रवाई (एक्शन) का दिन है। आप इसे इन तरीकों से मना सकते हैं:
बातचीत शुरू करें: अपने आस-पास के पुरुषों – पिता, भाई, दोस्तों – से उनके मानसिक स्वास्थ्य, उनके दबावों और उनकी भावनाओं के बारे में बात करें। उन्हें यह एहसास दिलाएं कि वे अपनी Feelings शेयर कर सकते हैं।
सकारात्मक रोल मॉडल्स को सलाम करें: उन पुरुषों की सराहना करें जो दयालु, संवेदनशील, ईमानदार और समाज के लिए अच्छा काम कर रहे हैं। इससे "टॉक्सिक मस्कुलिनिटी" (जहरीली मर्दानगी) के स्टीरियोटाइप को तोड़ने में मदद मिलती है।
सेल्फ-केयर को प्रोत्साहित करें: पुरुषों को अपने Health Check-up करवाने, छुट्टियां लेने और अपनी हॉबीज के लिए समय निकालने के लिए प्रेरित करें।
शिक्षा को बढ़ावा दें: लोगों को International Men's Day के वास्तविक उद्देश्यों के बारे में बताएं, ताकि इसके बारे में फैली गलतफहमियां दूर हों।
एक बेहतर कल की ओर एक कदम
मेन्स डे, महिला दिवस का विरोधी नहीं, बल्कि उसका सहयोगी है। यह मानवता के दो पहियों में से एक पहिए के स्वास्थ्य की चिंता करता है। यह दिन हमें याद दिलाता है कि लैंगिक समानता की लड़ाई तभी पूरी होगी जब हम महिलाओं के सशक्तिकरण के साथ-साथ पुरुषों के मानसिक और भावनात्मक कल्याण पर भी उतना ही ध्यान देंगे।
तो इस मेन्स डे, आइए हम सब मिलकर एक ऐसे समाज का निर्माण करने का संकल्प लें, जहां एक लड़का रो सकता है बिना शर्मिंदगी के, एक पिता बच्चे की परवरिश में गर्व महसूस कर सके, और हर पुरुष यह समझ सके कि "मर्द" होने का मतलब "अपराजेय सुपरहीरो" होना नहीं, बल्कि एक "स्वस्थ, संवेदनशील और संपूर्ण इंसान" बनना है।
सभी पुरुषों को अंतर्राष्ट्रीय पुरुष दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं! आप सबका हमारे जीवन में अतुल्य योगदान है।


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